Re: मीडिया स्कैन
यूरो संकट के सवाल
आखिर उन्हें गलती क्यों नहीं दिख सकी? यही सवाल ब्रिटिश पर्यवेक्षकों को निराश करता है और हैरत में भी डालता है। जबकि यह सवाल तब से बना रहा है, जब से पूरे यूरोप में एकल मुद्रा पद्धति लागू हुई या फिर जब से पूरे यूरो जोन में आर्थिक संकट के हालात हैं। एक के बाद दूसरे देश के बाजार पस्त हो रहे हैं। इस पर खूब सारे स्पष्टीकरण दिए गए। अलग-अलग चर्चाएं भी हुई। कयास लगाए गए कि ग्रीक समुदाय द्वारा वित्तीय अनुशासन तोड़ने से यह संकट आया। लेकिन सारे तर्क बेकार थे। हाल ही में यूरोप के कुलीन तबके ने इसे स्वीकारा है। इनके मुताबिक न तो ग्रीस की लापरवाही और न ही जर्मनी में आई तंगी इसकी जड़ है बल्कि मूल वजह खुद यूरो है। दरअसल यूरोप की भिन्न अर्थव्यवस्थाओं को एकल मुद्रा नीति में जबरदस्ती पिरोया गया जबकि इससे पहले न तो केंद्रीय बैंक का गठन हुआ और न ही वास्तविक राजकोषीय शासन की व्यवस्था की गई। यहां तक कि पुर्तगाल से लेकर जर्मनी तक पर एक समान ब्याज दर थोपी गई। दक्षिणी देशों को उत्तरी देशों से होड़ लेने के लिए उकसाया गया लेकिन मुद्रा अवमूल्यन से बचने के तरीके उन्हें नहीं सुझाए गए।
-द टेलीग्राफ
ब्रिटेन का प्रमुख अखबार
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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