Re: दर्द की बात प्यार के साथ ( शायरी,गीत,गजल)
ज़िन्दगी बेतकलुफ़ हमें आज़माती रही,
हम भी खुले आम इसे आज़माते रहे,
अजीब सी इक कशमकश थी यह,
चोट खाते रहे मुस्कुराते रहे...!!!
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Disclaimer......! "फोरम पर मेरे द्वारा दी गयी सभी प्रविष्टियों में मेरे निजी विचार नहीं हैं.....! ये सब कॉपी पेस्ट का कमाल है..."
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