सबसे पहले तो आपके द्वारा की गई इतनी मेहनत के लिए आपको धन्यवाद के साथ हार्दिक बधाई देवराज जी. बहुत अच्छी बाते लिखी है आपने पिता के लिए सच में मा और पापा ही हमारा जीवन बनाते हैं. आज हम जो कुछ हैं सब आपने माता पिता की वजह से . माँ ममता लुटाती है तो पिता अपने पसीने की कमाई से रात दिन मेहनत करके अपनी संतानों के लिए आपनी छोटी छोटी खुशियों का त्याग करके बेटे बेटी के लिए जीता है ...सच सभी संतानों का कर्त्तव्य है की माँ बाप को जीवन भर खुश रखे क्यूंकि बच्चे जब बड़े होते हैं तब तक माता पिता की उम्र बहुत कम रह जाती है तो बाकि बछि उनकी छोटी सी जिंदगी को क्यों दुखमय बनाना ? मै तो हरेक संतान से ये ही कहूँगी की आप नसीबो वाले हो जो आपके साथ आपके माता पिता हैं .उन्हें हो सके तो जीवन की साडी खुशिया दो और देखो आपके जीवन में कितनी खुशियाँ आती है .