ईस दौरान बसंत को बिझनस के सिलसीले में बाहर जाना पडा। मिसिज सहगल ने किसी तरह कामना का कोन्टेक्ट कर लिया और उसे अपनी किसी कंपनी में छोटी नौकरी दे दी।
कामना को पता नहीं था की मिसिज सहगल ने ही उसे स्कुल से निकलवाया था। वह अबोध सी वहां नौकरी करने गई। उसे अपने परिवार को भी पालना था।
एक दो दिन के बाद जानबुझ कर मिसिज सहगल ने उसे एक नंबर दे कर के वहां मि.बसंत से बात करवाने को कहा। कामना को पता था की बसंत तो राजा का भाई है। ईसलिए वह ईस बात को ईन्टरकोम पे सुनने से अपने आपको रोक न सकी।
मिसिज सहगल फोन पर बसंत को बातों बातों मे अपनी प्रियतमा और स्वाग बदलने के बारे में पुछती है। बसंत कहता है की वह सब ठीक कर देगा।