Re: नौ साल छोटी पत्नी
भला इसमें बताने की क्या बात थी। और फिर तुमने भी तो नहीं बताया था कि वह पैसे भी दे गया है।’
'बता तो दिया है।’
'खैर!’ कुशल ने बात समाप्त होते देख टहोका दिया, ‘सोम तुम्हारा क्या लगता है?’
'बुआ का लड़का है। आपको कई बार तो बताया है।’ उसने चिढ़ कर कहा।
'मैं हर बार भूल जाता हूँ।’ कुशल ने हँसते हुए कहा, ‘तुम्हारे ब्याह में सबसे अलग-थलग खड़ा जिस ढंग से रो रहा था, उससे तो मैंने अनुमान लगाया था कि जरूर मेरा रकीब होगा।’
'रकीब के मानी क्या होता है?’ तृप्ता ने तुरन्त पूछा।
'अरबी में बुआ के लड़के को रकीब कहते हैं।’ कुशल ने कहा और कंधे पर तौलिया रख कर बाथरूम में चला गया।
कुशल ने बाथरूम का दरवाजा बन्द किया, तो उसे खाट घसीटने की आवाज आयी। उसने महसूस किया कि नहाने से पहले सिगरेट मजा दे सकती है। वह खुद सिगरेट उठा लाता, मगर जब उसे चोर हाथों से ताला लगाने की आवाज आयी तो उसने खुद जाना उचित नहीं समझा। उसने तृप्ता को आवाज दी कि वह एक सिगरेट दे जाये। तृप्ता ने दूसरे ही क्षण झरोखे से सिगरेट और माचिस पकड़ा दी। सिगरेट पकड़ते हुए उसके मन में तृप्ता के प्रति प्यार उमड़ने लगा। उसे लग रहा था कि वह अपने मनोरंजन के लिए तृप्ता को परेशान कर रहा है।
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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