Re: काश !!
हिरदय स्पर्शी कहानी... कहने को तो ये कहानी है किन्तु ये आज के समाज की सच्चाई है काश लोग अब भी कुछ सोचें और समझे और अपने माता पिता के साथ वृध्धाश्रम भेजने जेइसा महा पाप न करें .
बहुत अच्छी कहानी रजनीश जी ऐसा साहित्य हमारे समाज केलिए बहुत उपयोगी है जिसमे लोगो सोई हुई इंसानियत को जगाने की क्षमता हो.
Last edited by soni pushpa; 25-03-2015 at 01:27 PM.
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