Re: फ़िल्मी दुनिया/ क्या आप जानते है?
क्या आप जानते हैं कि उस समय पारसी थियेटर का ज़माना था जिसमे नारी पात्रों की भूमिका भी पुरुषों द्वारा निभायी जाती थी. साथ ही नाटकों और फिल्म के नए माध्यम में भले घर की महिलाओं द्वारा काम करने को अच्छा नहीं माना जाता था और इसी वजह से इनको इन माध्यमों में काम करने की इजाज़त नहीं दी जाती थी. अतः 'राजा हरिश्चंद्र' में भी महिला पात्रों की भूमिका पुरुषों ने निभायी. फिल्म में राजा हरिश्चंद्र की भूमिका तो स्वयं फालके साहब ने निभायी और तारामती का किरदार एक रेस्तरां के रसोइये के सहायक सालुंके ने निभाया.
आप को यह जान कर आश्चर्य होगा कि फालके साहब की एक अन्य फिल्म में राम और सीता दोनों की भूमिका सालुंके को ही निभानी पड़ी थी.
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