Re: विश्व की सर्वश्रेष्ठ फ़िल्में
बर्थ ऑफ़ ए नेशन
डी. डब्ल्यू. ग्रिफिथ ने सन 1908 से फ़िल्में बनाना शुरू कर दिया था. अपनी फिल्म ‘एडवेंचर्स ऑफ़ डॉली’ में पहली बार किसी अभिनेता ने काम किया और शूटिंग से पहले अभिनेताओं से रिहर्सल भी करवाई गयी. इसी प्रकार अपनी आगामी फिल्मों ‘एनक ओर्दन’ ‘रामोना’ और ‘दी लोनडील ओपरेटर’ में अलग अलग प्रयोग किये. पर ये सभी एक रील की फ़िल्में थी. पहली बार उसने दो रील की एक फिल्म बनायी ‘मेन्स जेनेसिस’. 1914 में जब ‘बर्थ ऑफ़ ए नेशन’ फिल्म बनायी तो इसे सिनेमा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम माना गया. यह कुल 13 रील की पूरी लम्बाई की पहली फिल्म थी. इससे पहले न तो इतनी लम्बी फिल्म बनाने का साहस किसी ने किया था और न किसी को यह विश्वास था कि दर्शक धैर्यपूर्वक इतनी लम्बी फिल्म देखेंगे. 8 फरवरी 1915 को प्रदर्शित इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी तहलका मचा दिया था. तकनीकी दृष्टि से भी कोई पहलू ऐसा न था जिसका प्रयोग ग्रिफिथ न इसमें न किया हो. इस फिल्म में अमरीकी गृह युद्ध की विभीषिका और उसके बाद के पुनर्निर्माण को दर्शाया गया है. एल्फ्रेड हिचकॉक यह मानते थे कि आज जो चीजें हम एक फिल्म में देखते हैं, उसकी शुरुआत ग्रिफिथ ने ही की थी.
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