Re: "अकेला बादल" मेरी पसंदीदा नवलकथा - २
दोनों के संवाद आगे बढते है। बसंत अपना नाम राजा बताता है। मासुम और भोला भाला ईन्सान बन के मीठी बातों से कामना को मनाने की कोशिश करता रहता है। अपने दोस्त से कह कर उसने एक अलग टेक्सी ले जिस से वह रोज कामना को मिल सके।
(एसी ही परिस्थिती फिल्म गजनी में दिखाई दी, जहां एक बिझनस मेन एक सीदी-सादी लडकी के लिए सीदासादा ईन्सान बन जाता है।)
राजा बने हुए बसंत को उमीद थी के वह किसी तरह कामना के मन में खुद के प्रति प्रेम प्रस्थापित कर ले उस के बाद अपने धनवान होने का रहस्य कामना को बताएगा तो वह अधिक खुश होगी।
लेकिन यहां कहानी में एक ओर रोचक मोड सामने आता है!
|