Re: लेखकों व कलाकारों की अजीबो-गरीब आदतें
5. अपनी पीठ को ऐसे आराम देने वाले
अर्नेस्ट हेमिंग्वे और एल्बर्ट कामू खड़े हो कर लिखना पसंद करते थे और आराम का अनुभव करते थे. इस तरह की तकनीक आज के स्वास्थ्य-संवेदी लेखकों में प्रचलित होती जा रही है. इन्हीं में हम ब्रायन क्लार्क का नाम भी जोड़ सकते हैं.
6. किसी दैवी प्रेरणा का आह्वान करने वाले
“दी वॉर ऑफ़ आर्ट” जैसी अनेकों प्रेरणादायी पुस्तकों के रचयिता स्टीवन प्रेसफील्ड एक पुरानी प्रथा का अनुकरण करते थे. यह प्रथा थी- कुछ भी टाइप करने से पहले महान यूनानी कवि होमर द्वारा रचित ‘देवी का आह्वान’ का पाठ करना. ऐसा करने वाले वह अकेले लेखक नहीं हैं. उनसे पहले शेक्सपीयर, मिल्टन और चॉसर भी इसी रीति का अनुसरण करते थे.
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