सच कहुं तो शादी जीवन का सबसे बड़ा त्यौहार है, सबसे बड़ी खुशी है। हम यही मानतें है की ईसमें पैसो की वजह से कोई कमी न रह जाए। पैसों की यहां कम और खुशीयों की अधिक महत्ता होती है। सो हम यथाशक्ति खर्च करतें है। हां, हम सबकी प्रायोरिटीझ अलग अलग होती है। शायद कोई अधिक खर्च न करना चाहे और वही पैसे भविष्य के योजनाओं मे लगाए यह भी योग्य है।
हमें कभी लगता है फलां ने बहूत खर्च कर दिया, फलां ने कैसी कंजूसी की! लेकिन एक बात बता दूं...हम में से ज्यादातर लोग यही सोचतें है की अगर पैसो की कमी न होती तो हेलिकोप्टर में आते और केटरीना कैफ को ब्याह ले जाते!
हाला की शादी में होने वाले खाने का व्यय मुझे सबसे ज्यादा ना पसंद है!