Re: स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के गीत
ये रातें...नई-पुरानी,
आते...आते-जाते कहती है नई कहानी!
विविध भारती के 'छायागीत' में यह गाना अक्सर सुनाया जाता था/है।
एसा ही एक ओर गीत है...."रात के हमसफर थक के घर को चले"। लेकिन वह गीत में रफी जी के साथ आशा जी ने स्वर दिया है सो ईस सुत्र में प्रस्तुत नहीं कर रहा हूं।
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