मैंने तो बहुत कुछ सनकीपन किया है! एक किस्सा बताता हूँ! कॉलेज का सबसे कठिन पेपर था, और उस रात को सब पढ़ पढ़ के बोर हुए जा रहे थे. ऐसे में किसी ने पत्थर दे मारा मेरी खिडकी पर! जबाब में आग लगाके पेपर में वही पत्थर लपेट के दे मारा! ५ मिनट बाद, पूरा हॉस्टल पत्थर को जलते हुए कागज़ में लपेट कर गोली बारी कर रहा था, एक दूसरे पर! शुरुआत ऐसी की थी, की दो घंटे तक सब यही पागलपन करते रहे! और मजे की बात, किसी को भी ये याद नहीं था, की कल पेपर है!