Re: फटकार
शालीनता से परिपूर्ण हमारी टिप्पणी पर यह रहा लेखक का अभद्र जवाब-
"रजत जी चुलबुली जी और साज़िद जी लगता है आप की बुद्धि घास चरने गयी है
हमारी कहानी पढ़ना है तो पढ़िए नहीं तो छोड़ दीजिये
हमारी कहानी को पढ़ने के लिए भेजे की जरुरत होती है जो आप में नहीं है"
|