View Single Post
Old 23-01-2011, 03:59 PM   #19
pankaj bedrdi
Exclusive Member
 
pankaj bedrdi's Avatar
 
Join Date: Nov 2010
Location: ढुढते रह जाओगेँ
Posts: 5,379
Rep Power: 33
pankaj bedrdi has much to be proud ofpankaj bedrdi has much to be proud ofpankaj bedrdi has much to be proud ofpankaj bedrdi has much to be proud ofpankaj bedrdi has much to be proud ofpankaj bedrdi has much to be proud ofpankaj bedrdi has much to be proud ofpankaj bedrdi has much to be proud ofpankaj bedrdi has much to be proud ofpankaj bedrdi has much to be proud of
Send a message via Yahoo to pankaj bedrdi
Default Re: यदुवंशी का इतिहास

एशियाड में राजेश यादव ने झटका नौकायन में रजत
ग्रामीण भारत वाकई बहुत प्रतिभाशाली है, तभी तो यहाँ के लाल विदेशों में अपना डंका बजा रहे हैं. संतकबीरनगर जनपद के राजेश यादव ने एशियाड में नौकायन में रजत पदक झटक कर यदुकुल ही नहीं पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है। राजेश यादव के परिवार और क्षेत्र के किसी भी व्यक्ति ने सपने भी नहीं सोचा था कि इक दिन राजेश चीन में भारत का तिरंगा फहराएगा। पर कभी गर्मी के दिनों में लंगोट पहन कर सरयू की लहरों पर फर्राटा भरने वाले इस खिलंदड़ नौजवान ने एशियाड मेंनौकायन में रजत पदक झटक कर यदुकुल ही नहीं पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है। पुरुषों की आठ रोइंग स्पर्धा में भारतीय खिलाड़ियों ने रजत पदक जीता। रजत पदक जीतने वाली इस टीम में अनिल कुमार, गिरराज सिंह, साजी थामस, लोकेश कुमार, मंजीत सिंह, रंजीत सिंह, सतीश जोशी और जेनिल कृष्णन के साथ यदुवंश के राजेश कुमार यादव भी शामिल थे। गौरतलब है कि भारतीय दल ने 2,000 मीटर की रेस पांच मिनट 49.50 सेकंड में पूरी की।

उत्तर प्रदेश में संतकबीर जिले के धनघटा थाना क्षेत्र के कंचनपुर गांव निवासी स्वर्गीय महातम यादव के पांच बेटों में राजेश कुमार यादव तीसरे नंबर का है। मांझा की माटी में पले, पढ़े राजेश यादव ने प्राथमिक विद्यालय गायघाट में प्राथमिक शिक्षा हासिल की। उसके बाद जय नारायन इंटर कालेज तिघरा मौर्य में कक्षा छह से लेकर इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की। बीए में पढ़ ही रहा था कि वर्ष २००४ में उसका चयन आर्मी में हो गया। गार्ड रेजीमेंट सेंटर नागपुर में उसकी टे्रनिंग हुई। टे्रनिंग के दौरान पूना से रोइंग की टीम आई थी, उसी में उसका चयन हो गया। २००६ में कोलकाता में स्प्रिंट नेशनल चैंपियनशिप में उसने पहली बार दो सिल्वर मेडल जीते। २००७ में ओपेन नेशनल चैंपियनशिप भोपाल में भी दो सिल्वर मेडल हासिल किया। उसी वर्ष नेशनल गेम असम में दो कांस्य पदक जीता। वर्ष ०९ में ओपेन नेशनल चैंपियनशिप पूना में एक कांस्य पदक प्राप्त किया। वर्ष ०९ में एशियन रोइंग चैंपियनशिप ताईवान में कांस्य पदक प्राप्त कर अपने दमखम और तकनीक का प्रदर्शन किया।

इस बार चीन में आयोजित १६वें एशियाड खेल में नौकायन में राजेश कुमार यादव को मौका मिला। इस स्पर्धा में छह देश क्रमश: जापान, भारत, हांगकांग, इंडोनेशिया, उत्तर कोरिया और थाईलैंड की टीमों ने हिस्सा लिया था। राजेश यादव के पिता महातम यादव चर्चित पहलवान थे। उनकी वर्ष २००५ के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बूथ पर गोली मार कर हत्या हो गई थी। राजेश के बड़े भाई जय प्रकाश ग्राम प्रधान हैं और दूसरे नंबर के भाई राकेश कुमार आर्मी में है। चौथे नंबर के भाई राम प्रवेश बीए में तथा पांचवें नंबर का भाई उमेश यादव ११वीं में पढ़ रहा है। चाचा ओंकार यादव ने बताया कि जैसे ही फोन पर सूचना आई कि राजेश ने एशियाड में नौकायन प्रतियोगिता में रजत पदक जीता है उनका सीना चौड़ा हो गया। वह जहां भतीजे की सफलता पर काफी उत्साहित थे वहीं राजेश की मां जनकराजी देवी, पत्नी सीमा खुशी का इजहार करते नहीं थक रही थीं।

राजेश यादव को इस शानदार उपलब्धि पर यदुकुल की तरफ से ढेरों बधाइयाँ !!
__________________
ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता.
pankaj bedrdi is offline   Reply With Quote