Re: रहस्य रोमांच की कहानियाँ
उन्होंने बताया कि हमलोग तो उसका सामान लेने आए हैं। अब वह नहीं रहा। हॅास्टल से जाने के दो दिन बाद ही वह मोटर-साइकिल से एक रिस्तेदार के यहाँ जा रहा था कि अचानक उसकी मोटर-साइकिल सामने से आते एक तेज ट्रक से टकरा गई थी और वह ऑन द स्पाट ही काल के गाल में समा गया था। इतना कहकर वे लोग और तेज रोने लगे। हॅास्टल के जो बच्चे ये बात सुन रहे थे उनकी काटो तो खून नहीं वाली स्थिति हो गयी थी और रोमांच के कारण उनके शरीर के रोयें खड़े हो गए थे। वे बार-बार यही सोच रहे थे कि रात को जो लड़का उनके पास सोता था या जिसे वे देखते थे क्या वह दूबे भाई का भूत था।
खैर उस दिन के बाद दूबे भाई का भूत फिर कभी सोने के लिए हास्टल में नहीं आया पर कई महीनों तक हॅास्टल के सारे बच्चे खौफ में जीते रहे और दूबे भाई के रहनेवाले कमरे में ताला लटकता रहा। लोग कहते रहे कि दूबे भाई को अपने हॅास्टल से बहुत ही लगाव था इसलिए स्वर्गीय होने के बाद भी वे हॅास्टल का मोह छोड़ न सके। कहते हैं आज भी जो बच्चे दूबे भाई के भूत के साथ सोते थे डरे-सहमे ही रहते हैं। यह घटना सही है या गलत; यह मैं नहीं कह सकता। क्योंकि मैंने यह घटना अपने क्षेत्र के कुछ लोगों से सुनी है। खैर भगवान दूबे भाई की आत्मा को शांति और मोक्ष प्रदान करें।
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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