Re: जेल में सुरंग
आगरा जिला जेल में सुरंग बनाने का प्रयास किया गया है। जेल की चहारदीवारी के समीप डेढ़ फुट गहरा गड्ढा मिला है, जो घास-फूस से ढका था। लेकिन कैदी अपने मंसूबे में कामयाब हो पाते इससे पहले ही जेल प्रशासन को इसकी भनक लग गयी। गड्ढे को भर दिया गया है। उधर, जेल प्रशासन ने सुरंग बनाने की जानकारी से इनकार किया है। वर्तमान समय में जिला जेल में करीब 1850 बंदी/कैदी हैं। जबकि बैरकों की कुल क्षमता करीब आठ से नौ सौ के बीच है। जेल में 80 महिलाएँ भी हैं। 18 से 23 साल की उम्र के कैदियों की संख्या 65 के करीब है। जिला जेल में बदमाश भूरा सहित अन्य कुख्यात कैदी बंद हैं। जेल सूत्रों के अनुसार जेल के पिछले हिस्से की ओर (चहारदीवारी के समीप) गड्ढा देखा गया। यह गड्ढा डेढ़ फुट गहरा था। गड्ढा मिलने की सूचना कई आला अधिकारियों को भी दी गई। जेल सूत्रों के अनुसार कई सिपाही मौके पर पहुँचे और उन्होंने गड्ढे को देखा, जबकि आला अधिकारी जानकारी मिलने के बाद भी नहीं पहुँचे। जेल में सुरंग बनने की बात को कोरी अफवाह साबित करार दिया और गड्ढे को तुरंत भरने के लिए कहा गया। सूत्र बताते हैं कि गड्ढे को कई कैदियों ने खोदा है। आमतौर पर कैदियों को खाना खाने के लिए छोड़ा जाता है। इसी दौरान तीन से चार कैदी सिपाहियों की नजर से बचते हुए पिछले हिस्से में पहुँचे हैं। यह खुदाई अलग-अलग की गयी है ताकि किसी भी अफसर या फिर सिपाही को शक न हो सके। हर दिन थोड़ी बहुत खुदाई के बाद गड्ढे को घास-फूस से ढक दिया जाता था ताकि किसी की नजर उस पर न पड़ सके। जेल सूत्रों के अनुसार कैदियों के मंसूबे साफ थे। अगर कैदी आठ से नौ फुट की खुदाई और कर लेते तो आसानी से जेल से फरार होने में सफल हो जाते।
|