Re: डार्क सेंट की पाठशाला
सच्चे दोस्त होते हैं माता -पिता
कई बार खुशी को लेकर भ्रम हो जाता है। कई बार आपको लगता है कि भौतिक चीजों से मिलने वाली संतुष्टि आपको सच्ची खुशी दे सकती है, लेकिन यह सच नहीं है। जैसे-जैसे आप जीवन के तमाम उतार-चढ़ाव से गुजरेंगे, आपको लगेगा कि भौतिक चीजों से मिलने वाली संतुष्टि आपको सच्ची खुशी नहीं दे सकती। हो सकता है कि आज आपके पास सब कुछ हो। सफलता, शोहरत और दौलत भी। सुख-आराम की तमाम चीजें, लेकिन कभी आजमा कर देखिए। इन चीजों से आपको वह खुशी नहीं मिलती, जो आपको किसी से मिले प्यार के कारण मिलती है। वे लोग भाग्यशाली होते हैं, जिनके माता-पिता उनके साथ रहते हैं। जब वे साथ रहेंगे, तो आपको अपने आप यह अहसास होने लगेगा कि आपके पास ऐसे लोग हैं, जो आपसे प्यार करते हैं। यह प्यार ही सबसे बड़ी खुशी है। सच्ची खुशी उन चीजों में छिपी होती है, जिन्हें आप अपनी दौलत में नहीं गिनते। बच्चों के साथ खेलना, उनके साथ वक्त बिताना सबसे बड़ी खुशी है। जीवन के वे पल सबसे बेहतरीन क्षण होते हैं, जब आप अपने ऐेसे लोगों के साथ होते हैं, जो आपसे प्यार करते हैं। इसलिए आपको इस पल में मिलने वाली खुशी को समझना होगा। माता-पिता जीवन भर आपके लिए बहुत कुछ करते हैं, लेकिन बदले में वे आपसे कुछ नहीं मांगते। आप चाहे जो गलती करें, आप चाहे जैसी शरारतें करें, आपके माता-पिता हर हाल में आपके सच्चे दोस्त होते हैं। जब भी आप मुसीबत में होते हैं, सबसे पहले आपके माता-पिता आपके पास होते हैं, क्योंकि वे आपके दर्द को बेहतर समझते हैं। जो लोग बचपन में अपने माता-पिता को खो देते हैं, वही समझ सकते हैं कि उनके न होने का गम क्या होता है। उन्हें जीवन भर उनकी कमी बहुत खलती है। माता-पिता ही एकमात्र आपके ऐसे दोस्त हैं, जो आपको बिना शर्त प्यार करते हैं। इसलिए भरपूर कोशिश करो कि उनका साथ आपको मिले। वही सबसे बड़ी खुशी है।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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