Re: शेरो-शायरी में मुहावरे
मुहावरा > आँख झपकनी
भावार्थ:
मुकाबला करने की शक्ति समाप्त हो जाना
उदाहरण:
मुक़ाबिल हुस्न की गर्मी के तेरे कौन अब होवे
कि सूरज की भी तेरे रू-ब-रू आँखें झपकती हैं.
(शायर: कोषकार स्वयं)
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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