Re: श्री कृष्ण-गीता (हिन्दी पद्द-रूप में)
अब शायद शनिवार को आना हो सके तो उस दिन आगे के कुछ अध्याय (जो टाईप हो सकेगा) पोस्ट करुँगा। आशा है आप सब को गीता की यह प्रस्तुति पसन्द आएगी....(मुझे गीता का ऐसा सरल अनुवाद बहुत पसन्द है)। इसके मूल रचनाकार हैं दिल्ली के - नरेश कुमार ’अनजान’ और यह पुस्तक रूप में २००४ में छपी थी पुस्तक महल से, फ़िर इसके नए संस्करण नहीं निकले। मुझे एक प्रति मिल गई तो मैंने सोंचा कि इसे आप सब तक पहुँचाई जाए।
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