Re: कार में सत्संग
सत्संग-महात्मय को देखते हुए आज से कुछ दशक पहले लोग अपनी व्यस्तता में भी अल्प समय निकालकर सत्संग जैसे आध्यात्मिक मार्ग पर चलकर ईश्वरीय कृपा का परमानन्द प्राप्त करके सुख और शान्ति के महासागर में ओतप्रोत होकर आनन्द के साथ जीवन व्यतीत करते थे, किन्तु असीम दुःख और वेदना की बात यह है कि आज आधुनिकता के इस दौड़ में, एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में हमारे पास इतना समय नहीं रहा कि सत्संग जैसे आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए समय निकालकर ईश्वरीय कृपा का परमानन्द प्राप्त कर सकें।
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