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Old 23-12-2014, 09:52 PM   #99
rajnish manga
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Default Re: बॉलीवुड शख्सियत

बॉलीवुड शख्सियत: निम्मी / Nimmi

राजकपूर ने ‘अंदाज़’ के सेट पर मौजूद निम्मी को देखा तो उन्हें फ़िल्म ‘बरसात’ का एक अहम रोल ऑफर कर दिया। इस तरह निम्मी के फ़िल्मी सफ़र की शुरूआत हुई। फ़िल्म ‘बरसात’ में निम्मी के हीरो प्रेमनाथ थे और इस फ़िल्म के मशहूर गीत ‘जिया बेक़रार है’, ‘बरसात में हमसे मिले तुम सजन’ और ‘पतली कमर है, तिरछी नज़र है’ निम्मी पर फ़िल्माए गए थे। निम्मी को, जिनका असली नाम ‘नवाब बानो’ है, राजकपूर ने ही फ़िल्म ‘बरसात’ में ये फ़िल्मी नाम ‘निम्मी’ दिया था।

क़रीब 17 सालों के करियर के दौरान निम्मी ने कुल 46 फ़िल्मों में काम किया। फ़िल्म ‘बरसात’ (1949) के बाद उन्हें ‘आर.के. की किसी और फ़िल्म में काम करने का तो मौक़ा नहीं मिला लेकिन ‘दुर्गा पिक्चर्स’ की फ़िल्म ‘बावरा’ (1950) में ज़रूर वो राजकपूर की नायिका के तौर पर नज़र आयीं। ‘जलते दीप’, ‘राजमुकुट’, ‘वफ़ा’ (सभी 1950), ‘बड़ी बहू’, ‘बेदर्दी’, ‘बुज़दिल’, ‘सज़ा’, ‘सब्ज़बाग़’ (1951) जैसी फिल्मों के बाद दूसरी बड़ी कामयाबी उन्हें फ़िल्म ‘दीदार’ (1951) में मिली। इस फ़िल्म में उन्हें पहली बार दिलीप कुमार के साथ काम करने का मौक़ा मिला था।


दिलीप कुमार के साथ निम्मी ने कुल 5 फ़िल्में ‘दीदार’ (1951), ‘आन’ (1952), ‘दाग़’ (1952), ‘अमर’ (1954) और ‘उड़नखटोला’ (1955) कीं। इनमें ‘अमर’ के अलावा बाक़ी सभी फ़िल्में बेहद कामयाब रहीं, हालांकि ‘अमर’ ने भी समालोचकों की ख़ूब तारीफ़ें बटोरीं। ‘सज़ा’ (1951) और ‘आंधियां’ (1952) में निम्मी के हीरो देव आनंद थे तो शेखर के साथ उन्होंने 5 फ़िल्मों, ‘बड़ी बहू’, ‘सब्ज़बाग़’ (दोनों 1951), ‘हमदर्द’ (1953), ‘शिकार’ (1955) और ‘छोटे बाबू’ (1957) में काम किया।

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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)

Last edited by rajnish manga; 23-12-2014 at 10:00 PM.
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