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Originally Posted by deep_
जैसा की पवित्राजी ने कहा की औरतों को चाहिए के वे अपने पैरो पर खड़ी हो जाए, पैसे कमाने लगे, अपने अस्तित्व को और मज़बुत बनाएं।
महिलाओं से खास कर के मेरी विनती है...जब कभी 'निर्भया कांड' जैसे मामले हो वहां चुप्पी न साधे। आपके घर का पुरुष भले बोले न बोले, आप जरुर ईसे एक मुद्दा बनाए। घर के लडकों को औरत जात की महत्ता समजाए और उसे महिला वर्ग की ईज्जत करना सिखाएं।
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दीप जी , महिलाएँ खुद कैसे कह सकती हैं कि हमारी इज्जत करो??? ये तो पुरुषों को सोचना चाहिये ।
और महिलाएँ चाहे कितना भी आवाज उठाएँ , स्थिति तब तक नहीं बदलेगी जब तक कि पुरुषों में नैतिकता नहीं आती।