Re: बदला हुआ मंजर
आपने एक अद्भुत पर्व का खाका उतने ही अद्भुत, बल्कि कहें कि अत्यंत अनुपम शब्दों में उकेरा है ! यह श्रेष्ठ सृजन पढवाने के लिए धन्यवाद मित्र ! उम्मीद है भविष्य में भी आपकी ऎसी ही श्रेष्ठ प्रविष्ठियां पढने का अवसर निरंतर मिलता रहेगा !
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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