यह फिल्म एसी है, मानो भारत की तरफ से ओस्कार के लिए जा रही हो! अकारण मारधाड नहीं, अकारण संगीत नहीं, अकारण कुच भी नहीं! वैसा ही जैसे ईग्लींश क्लासिक फिल्मों में होता है! वहां एसी फिल्मों को बढावा और प्रोत्साहन सदा सदा मिलता रहा है। यहां अभी तक क्यूं नही?