Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
राजनीतिक व्यवस्था में भ्रष्टाचार से निपटने को आगे आयें युवा : राहुल
नयी दिल्ली ! कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने आज स्वीकार किया कि सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार राजनीतिक व्यवस्था में है, जिससे लड़ने के लिये नये युवाओं को इस क्षेत्र में आगे लाना होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को गरीबी से भी लड़ना होगा क्योंकि जब तक देश में एक भी गरीब बच्चा मौजूद रहेगा, हिंदुस्तान ‘चमक’ नहीं पायेगा। युवक कांग्रेस के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के सम्मेलन ‘बुनियाद’ का राष्ट्रीय राजधानी के जापानी पार्क में उद्घाटन करने के बाद संगठन के करीब आठ हजार कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, ‘‘हिंदुस्तान का युवा इस देश को बदलेगा। ...आप इस संगठन में आइये और गरीबों के लिये लड़िये, युवाओं के लिये लड़िये। हजारों लोग एक व्यवस्था को चलाते हैं। आप व्यवस्था को बदल सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज लोग भ्रष्टाचार की बात करते हैं। लेकिन सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार तो राजनीतिक व्यवस्था में है। अगर राजनीतिक व्यवस्था में बदलाव नहीं आया तो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को नहीं लड़ा जा सकता। इससे :भ्रष्टाचार से: लड़ने का एक ही तरीका है कि हमें नये युवाओं को आगे लाना होगा।’’ राहुल ने कहा, ‘‘आप :युवक कांग्रेस के निर्वाचित पदाधिकारी: छह से आठ हजार की संख्या में हैं। आप एक करोड़ युवा कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। आप पर जिम्मेदारी है कि आप युवाओं के लिये लड़ें, गरीबों के लिये लड़ें, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ें, गांवों में जायें और जन समस्याओं को समझें।’’ राहुल ने यह भी कहा, ‘‘हमने राजनीति का दरवाजा खोल दिया है लेकिन कोई युवा अकेला काम नहीं कर सकता। ...यहां कांग्रेस पार्टी मौजूद है। कांग्रेस पार्टी के पास गहराई है, अनुभव है जिसे युवा शक्ति से जोड़ने की जरूरत है।’’
कांगे्रस महासचिव राहुल गांधी ने युवक कांग्रेस में हाल ही में लोकतांत्रिक और पारदर्शी तरीके से हुए चुनाव की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘हमने एक करोड़ लोगों को राजनीतिक व्यवस्था का हिस्सा बनाया है। युवक कांग्रेस नये राजनीतिक नेतृत्व को सामने ला रही है, जिसमें कोई भी ‘पैराशूट’ से नहीं आया।’’ उन्होंने कहा कि जब हमने पूछा कि क्या कमी है तो आपने कहा कि युवाओं का संगठन है और इसमें युवा होने चाहिए। इसलिये हमने चुनाव प्रक्रिया की शुरूआत की। इसे हमने पंजाब से शुरू किया और आहिस्ता-आहिस्ता पूरे देश में लागू किया। हमने यही सोचा कि युवाओं का संगठन है और इसमें युवाओं की आवाज होनी चाहिये। राहुल ने कहा कि दूसरे संगठनों को देखिये, वहां पदाधिकारी मनोनीत हो जाते हैं। लेकिन हमने इसमें बदलाव किया है। उन्होंने युवक कांग्रेस के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों से कहा, ‘‘आपको राहुल गांधी ने, जितेंद्र सिंह ने या मीनाक्षी नटराजन ने नहीं चुना है। आप अपने बल पर चुनकर आये हैं। ऐसा किसी और संगठन में नहीं होता। दूसरे संगठनों में एक व्यक्ति ही पूरे ढांचे को चुन लेता है। लेकिन यहां इन पदाधिकारियों को एक करोड़ लोगों ने चुना है। मैं जहां-जहां दौरे करता हूं, वहां बदलाव देखता हूं। मैं देखता हूं कि नजरिये और आत्मविश्वास में बदलाव आया है।’’
राहुल ने यह भी कहा कि अगर कोई पदाधिकारी अच्छी तरह काम कर रहा है तो उसे कोई नहीं हटा सकता। सभी चुुनाव लड़ कर आए हैं और आपको राहुल गांधी भी नहीं हटा सकता। जब तक आप अनुशासनहीनता या पार्टी विरोधी कार्रवाई नहीं करेंगे आप बने रहेंगे। ऐसा किसी और पार्टी में नहीं होता। वे हमारा मजाक बनाते हैं लेकिन आने वाले दिनों में वे भी इसका अनुसरण करेंगे। उन्होंने कहा कि अब युवाओं के लिये राजनीति के दरवाजे आहिस्ता-आहिस्ता खुलेंगे। पहले राजनीति के दरवाजे बंद हुआ करते थे। अब हमने इसे बदला है। आपमें से कोई भी राजनीतिक पृष्ठभूमि का नहीं है लेकिन फिर भी यहां युवक कांग्रेस में है। हमें इस जड़ को मजबूत बनाना है। उन्होंने युवा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे जनता के बीच जाकर उनके मुद्दों को उठायें और गरीबी से लड़ें। राहुल ने कहा, ‘‘देश में गरीबी सबसे बड़ी समस्या है। गरीबी के खिलाफ लड़ाई 60 साल से जारी है। हमें इस स्थिति को बदलना है। जब तक देश में एक भी गरीब बच्चा रहेगा, तब तक हिंदुस्तान नहीं चमक सकेगा।’’ कांग्रेस महासचिव ने कहा कि गरीबी को मिटाना हमारा पहला मकसद होना चाहिए। हमें अपनी जड़ें गहरी कर गरीबी को मिटाना है क्योंकि जब तक गरीबी रहेगी देश मजबूत नहीं हो सकता। दो दिन के इस सम्मेलन में देश के आर्थिक, राजनीतिक हालात और युवाओं से संबंधित प्रस्ताव भी पारित किये जायेंगे। इस सम्मेलन को कल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी संबोधित करेंगे। सम्मेलन में 20 राज्यों से युवक कांग्रेस के पदाधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। माना जाता है कि उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले युवाओं को जोड़ने के मकसद से राहुल खुद इस तरह का सम्मेलन चाहते थे।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
|