Re: पशु पक्षी और प्यार की देवी गीता रानी
जानवरों और पक्षियों से इस अनूठे प्यार से कुछ लोग इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने गीता पर शार्ट-फिल्म और डाक्यूमेंट्री भी बनाई। शार्ट-फिल्म और डाक्यूमेंट्री की वजह से गीता काफी लोकप्रिय और प्रसिद्ध भी हुईं । उनके सेवा-कार्य को पहचान मिली। पशु-संरक्षण संस्थाओं के अलावा कई अन्य संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित किया, अवार्ड दिए।
एक सवाल के जवाब में गीता ने कहा, “मैं इस बात की वजह नहीं जानती कि मुझे प्यार करने वाला इंसान क्यों नहीं मिला। ना जाने क्यों मुझे ये भी लगता है कि ज्यादातर इंसान किसी चीज़ की उम्मीद में ही दूसरे से प्यार करते हैं। बिना किसी चाह के कोई किसी से प्यार नहीं करता। मैं ऐसा नहीं कहती कि सभी लोग ऐसे ही हैं, लेकिन मुझे लगता है कि ज्यादातर लोग ऐसे ही हैं। अगर जानवरों की बात करें, तो मैं गारंटी के साथ कह सकती हूँ कि जानवरों और पक्षियों का प्यार सच्चा प्यार है। उनका प्यार निस्वार्थ है। जानवर और पक्षी बहुत भावुक, आज्ञाकारी उदार और वफ़ादार होते हैं। इतने अच्छे गुण एक इंसान में कम ही देखने को मिलते हैं।”
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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