Re: थोडा सा रुमानी हो जाए
ईस फिल्म में एक अच्छा मोटीवेशनल संवाद है...
समंदर को बांधे ऐसा कोई घाट नहीं, कदमों को थामे एसी कोई बाट नहीं,
पतली सी धारा जा कर समंदर से मिलती है, समंदर से मिलती है और मिल के खो जाती है।
घाट घाट ही रहता है, वह...समंदर हो जाती है!
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