Re: स्टीव जॉब्स ने कहा था
स्टीव जॉब्स ने कहा था-
कुछ महीनों तक मैं सचमुच नहीं जानता था कि क्या करुं। मुझे महसूस हुआ, मैंने उद्यमियों की पूर्व पीढ़ी को निराश किया है। जब छड़ी मुझे थमाई जा रही थी, तब मैंने उसे गिरा दिया था। मैं डेविड पेकार्ड और बॉब नोएस से मिला और खेद जताने की कोशिश की। मैं सार्वजनिक रूप से विफल था और मैंने सिलिकन वैली से निकल भागने के बारे में भी सोचा। लेकिन धीरे-धीरे मेरी समझ में कुछ आने लगा। जो मैंन किया था, उससे मुझे तब भी प्यार था। एप्पल में घटनाक्रम नहीं बदला था। मैं खारिज किया जा चुका था, लेकिन तब भी मुझे काम से प्यार था और मैंने शुरुआत करने का फैसला किया। तब मुझे यह महसूस नहीं हुआ था, लेकिन बाद में मुझे लगा कि एप्पल से निकाला जाना मेरे लिए बहुत अच्छा था। सफल होने के भार की जगह को फिर शुरुआत करने के हल्केपन ने भर दिया। इससे मुझे जीवन के सबसे सृजनात्मक अध्यायों में प्रवेश करने की आजादी मिली।
अगले पांच वर्षों में मैंने नेक्स्ट नाम की कंपनी शुरु की, एक अन्य कंपनी पिक्सार की शुरुआत हुई और मैं एक अद्भुत महिला के प्रेम में पड़ा, जो बाद में मेरी पत्नी बनी। पिक्सार ने दुनिया की पहली एनिमेटेड फीचर फिल्म 'टॉय स्टोरी' का निर्माण किया। यह आज दुनिया का सबसे सफल एनिमेसन स्टुडियो है। घटनाक्रम में महत्वपूर्ण परिवर्तन आया। एप्पल ने नेक्स्ट को खरीद लिया, मैं एप्पल में लौट आया। नेक्स्ट में हमने जो तकनीक विकसित की, वह आज एप्पल के पुनर्जागरण के हृदय में विराजमान है। लाॅरेस और मैं, दोनों एक शानदार परिवार हैं।
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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