Re: पंचतत्व में विलीन हुए मन्ना de
बॉलीवुड ने ‘संगीत जगत के दिग्गज’ मन्ना डे को दी श्रद्धांजलि
हिंदी फिल्म संगीत उद्योग और बॉलीवुड की शख्सियतों ने आज ‘सुनहरे दौर की अंतिम आवाज’ और ‘संगीत जगत के दिग्गज’ के रूप में मशहूर पार्श्व गायक मन्ना डे को याद किया, जिन्होंने रोमांटिक गीतों और विभिन्न तरह के गीतों से कई पीढियों को मंत्रमुग्ध किया। बहुमुखी प्रतिभा के धनी गायक को श्रद्धांजलि देते हुए तबलावादक जाकिर हुसैन ने ट्विटर पर पोस्ट किया, ‘‘बॉलीवुड के सुनहरे दौरे की अंतिम शानदार आवाज ने विदा ली । मन्ना डे की कमी खलेगी और हमेशा याद आएंगे।’’ डे के साथ कई बार प्रस्तुति देने वाली गायिका उषा उत्थुप ने भी इस महान गायक को याद किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं दुखी हूं लेकिन खुशी भी है कि कुछ दिनों से जिस दर्द से वो गुजर रहे थे उससे उन्हें राहत मिल गयी। भले ही उन्हें मुक्ति मिल गयी हो लेकिन हम सबके लिए यह अविश्वसनीय और सदमा है है...मोहम्मद रफी, किशोर कुमार थे लेकिन वह अपनी तरह के अकेले थे। मैंने उनके साथ कई अनोखी प्रस्तुतियां दी और यह सीखने वाला भी रहा। वह बहुमुखी प्रतिभा के गायक थे।’’ गायिका सुनिधी चौहान, गायक कैलाश खेर, अभिनेता अमिताभ बच्चन और गीतकार जावेद अख्तर ने भी गायक के निधन पर शोक प्रकट किया। अख्तर को उनके साथ काम करने का मौका नहीं मिला और उनका कहना है कि वह उन्हें एक व्यक्ति से ज्यादा एक आवाज से जानते थे। अख्तर ने कहा, ‘‘जब मैंने गाना लिखने की शुरूआत की तब तक वह सेवानिवृत्त हो चुके थे। मैं कई बार उनसे मिला लेकिन यह दावा नहीं कर सकता कि मैं उन्हें जानता था। दूसरों की तरह मैं उनका बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। भले ही वह कई साल पहले सेवानिवृत्त हो चुके थे लेकिन आज उनके निधन के बारे में जानकर झटका लगा। शास्त्रीय संगीत पर उनका अदभुत नियंत्रण था।’’ सुनिधी चौहान ने कहा, ‘‘मन्ना डे के निधन से मुझे आघात पहुंचा है।’’ विशाल डडलानी ने कहा, ‘‘दुनिया एक अंधेरी जगह है....हमेशा जगमगाने वाले संगीत क्षेत्र की महान ज्योति ने हमसे विदा ली। मन्ना डे साहब की आत्मा को शांति मिले।’’ कैलाश खेर ने पोस्ट किया, ‘‘दिग्गज मन्ना डे नहीं रहे और संगीत व फिल्मों को उनका योगदान अद्वितीय है।’’ फिल्म संगीत के अलावा डे ने दिवंगत हरिवंश राय बच्चन रचित ‘मधुशाला’ को भी अपनी आवाज दी। श्रद्धांजलि देते हुए अमिताभ बच्चन ने कहा, ‘‘संगीत क्षेत्र के दिग्गज मन्ना डे नहीं रहे। उनके गाने और कई यादें आ रही है। खासकर मधुशाला की उनकी प्रस्तुति। मन्ना डे की आत्मा को शांति मिले...उनके परिजनों के लिए संवेदना। अदभुत है कि किस तरह हमने अपनी जिंदगी को उनके गानों से जोड़ा।’’ फिल्मकार कुणाल कोहली ने कहा, ‘‘महान गायक किशोर, रफी और मुकेश के साथ अंतिम महान गायह मन्ना डे गुजर गए। ‘एक चतुर...’ से ‘ऐ मेरे प्यारे वतन’ क्या विविधता है।’’ मनोज वाजपेयी ने पोस्ट किया, ‘‘मन्ना डे नहीं रहे। महान गायक...आइये उनके लिए प्रार्थना करें। परिजनों के लिए मेरी संवेदना। 1000 साल तक उनका संगीत जिंदा रहेगा।’’
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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