Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
विशेषज्ञों द्वारा .32 केलिबर स्वचालित बैरेटा पिस्तौल को ज्यादा शक्तिशाली नहीं मन जाता. फिर भी, नज़दीक से चलाये जाने पर इसकी तांबे से मढ़ी गोली शरीर में आसानी से प्रवेश कर जाती है और तंतुओं, अस्थियों एवम् महत्वपूर्ण अंगों को ध्वस्त कर देती है. 15 सेन्टीमीटर से ज़रा लम्बी और 700 ग्राम भार वाली बारीकी से बनायी गयी यह पिस्तौल, 20 मीटर की दूरी से अचूक मारक क्षमता रखती है. अधिकतर स्वचालित पिस्तौलों की तरह यह भी अपने बट की ओर से एक क्लिप के ज़रिये आठ गोलियों का अस्ला संभाल सकती हैं. जब पिस्तौल चलाई जाती है तो इसका स्प्रिंग एक इजेक्टर पत्ती को पीछे की ओर धकेलता है, और फिर अगली गोली क्लिप से होती हुई फायरिंग चैम्बर में आ जाती है.
कोरेरिस ने टेलीफोन नीचे रखा और एक दर्दयुक्त आह भरी. आपने लकसिश से कोई वाद-विवाद नहीं किया, 500 अदालतों में हाजरी दी चुकने के बावजूद, जिनमे से ज्यादातर नर-हत्या के सन्दर्भ में हुई थीं. परन्तु अब, उन्हें एक पिस्तौल के स्थान पर दो-दो पिस्तौलें ढूंढनी पड़ रही थीं. कोरेरिस यह जानता था कि देश भर में हज़ारों बैरेटा पिस्तौले हर वर्ष बेची जाती हैं. इस बीच, विशेष टीम द्वारा जांच में थोड़ी बहुत प्रगति ही हासिल की गयी थी. कोरेरिस और फोटिनौस दोनों को इस बात का आभास था कि समय निकलता जा रहा है. एक अप्रेल की शाम को, बचाव बल (साल्वेशन आर्मी) के दो कार्यकर्ता शहर के लगभग बीचोबीच .32 स्वचालित द्वारा चलाई गई गोलियों का शिकार बन गये, जिन्हें बिलकुल निकट से गोली मारी गई थी. 19 वर्षीय थॉमस रेनवाटर तो वही ढेर हो गया. उसकी मित्र लिंडा स्टोरी, 21, बचा ली गई. हमलावरों का जो हुलिया उसने बताया उससे पुनः इस बात की पुष्टि हुई कि ज़ेब्रा हत्यारों ने फिर चोट पहुंचाई है.
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