Re: !! गीत सुधियोँ के !!
वो होंठ तेरे कानों
पर धरे कुछ सुना गए
वो गीत तेरे, मेरे अधर
गुनगुना गए
वो खुशबू तेरी रगों में
मेरी लोट गई
वो जुल्फ तेरी
मेरी पेशानी उलझा गई
वो सांसें मेरी दर्द से
तारी हो गईं
वो बलाएं तेरी
मुट्ठी में मेरी समा गईं
तेरी जान का सदक़ा
हम अपनी उम्र पे वार आये
क्या होगा तुम्हें
ज़रा ये तो बताओ
जब अपनी जान हम
रहन रख आये
__________________
हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है कृपया हिंदी में लेखन व् वार्तालाप करे ! हिंदी लिखने के लिए मुझे क्लिक करें!
|