इंडस्*ट्री में पैसे की नहीं है कमी
पिछले कुछ सालों में देश का मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्*ट्री ने शानदार विकास किया है। फिक्*की-केपीएमजी मीडिया एंड एंटरटेनमेंट 2013 रिपोर्ट के मुताबिक बीते साल 12.6 फीसदी के विकास के साथ यह 820 अरब रुपये की इंडस्*ट्री बन गर्इ। अगले पांच साल में इसके करीब 1700 अरब रुपये की इंडस्*ट्री हो जाने की संभावना है। सवाल यह है कि इंडस्*ट्री में इतना पैसा होने के बावजूद कलाकारों की स्थिति इतनी दयनीय क्*यों है? इंडस्*ट्री के जानकारों का कहना है कि कमाई के मामले में कलाकारों की स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन इस इंडस्*ट्री की जरूरतों को देखते हुए कलाकारों को अत्*यधिक काम और तनाव से मुक्*त करना मुश्किल है। उनके मुताबिक यदि कोई कलाकार किसी सीरियल में मुख्*य भूमिका निभा रहा है तो उसे हर रोज की शूटिंग पूरी करनी होगी। ऐसा नहीं होने पर सीरियल का प्रसारण प्रभावित हो सकता है। उनका कहना है कि आज कलाकारों को 50 हजार रुपये प्रति एपिसोड तक के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है, जो अन्*य प्रोफेशन्स की तुलना में बेहतर है। टेलीविजन कलाकारों की तुलना फिल्*मी सितारों से करना उचित नहीं है।