गजोधर अपने हालत से बहुत परेशान था, एक बार वो अपने
दोस्त से मिला और दोनों दोस्त बातें करने लगे
गजोधर- बचपन में माँ की बात सुनी होती तो
आज ये दिन न देखने पड़ते !
दोस्त – क्या कहती थी माँ ?
गजोधर - जब बात ही नहीं सुनी तो
मुझे क्या पता, क्या कहती थी ………. !!!