Re: सप्ताहांत चिन्तन :: अभिषेक की कलम से
वो दिन केवल भारत के लिए ही नही बल्कि संपूर्ण तीसरी दुनिया के लिए एतिहासिक था. बड़े स्तर पर देखा जाए तो भारत की जीत नही बल्कि एक विश्वास की जीत थी. विश्वास, कड़ी मेहनत, टीम भावना, लगन की जीत थी वो. एक असम्भव काम को कर गुजरने के एहसाश था उस जीत में. जो शायद फिर से कभी नही आएगा.
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