Re: लिमरिक कविता (Limerick Poetry)
Quote:
Originally Posted by devraj80
रजनीश जी ...क्या होए यु .....लिमरिक कविता ....
समय होए तो सर जरुर बताइयो अपने छोटे भाई कु
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भाई, सारा सूत्र आपके सामने है. शुरु से आखीर तक पढ़ जाओ. सब समझ में आ जायेगा. और अधिक जाने की इच्छा हो तो इन्टरनेट आपके पास है. किताबों की किताबें आपके सामने आ जायेंगी. प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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