Re: ~!!गोनू झा!!~
मारि खेलाक बाद कतेको मास धरि चोर सभ शांत रहल । तथापि एकबेर फेर गोनूक घर मे चोरि करबाक प्रोग्राम बनेलक । एहि बेर ओ सभ साँझे नहि जा कें राति मे जेबाक प्रोग्राम बनेलक । अनहरिया राति रहैक आ गोनू कें अपनी घरक बाहर किछु खड़बड़ सुनेलनि । ओ भाँपि गेलाह जे पुन: चोर सभ आबि गेल अछि । ओ पत्नी दिस तकलनि । परन्तु ओ तँ निश्चिंत भऽ फोंफ कटैत छलीह । गोनू हुनका जानि-बूझि के चुट्टी काटि लेलनि । ओ तमसाइत उठलीह आ लगलीह गोनू पर बाजय । चोर सभ साकांक्ष भऽ गेल आ दुबकि गेल । परन्तु गोनू तँ ओकरा सभ कें फेर छकेबाक जोगार सोचि रहल छलाह । पत्नी कें शांत करैत गोनू बजलाह जे एकटा जरूरी खबरि अहाँ कें नहि कहने रही तें उठबय पड़ल । पत्नी पुछलखिन जे एहन कोन जरूरी खबरि छैक जे ताहि लेल हमरा एत्ते जोर सँ चुट्टी काटि लेलहुँ । गोनू पत्नी कें हाथ सँ कम जोर सँ बजबाक इशारा केलनि आ पुछ्लनि जे बंगौर (बाँगक बीया) कतय अछि । पत्नी कहलखिन जे ओ तँ ओसारे पर अछि । गोनू बेस चिंतित्त भेलाह आ बजलाह जे बंगौरक दाम प्रति सेर पाँच टाका भऽ गेलैक अहाँ एहन चीज कें ओहिना ओसारा पर छोड़ि देलियैक । आब तँ चोर लैये लेत । काल्हिये तँ आठ अन्ने सेर छल आ आई पाँच टके सेर भऽ गेल । चोरो सभ सभटा सुनिते छल आ ओ सभ फटाफट अन्हारे मे जेना-तेना बंगौर तकलक आ तुरन्त निपत्ता भऽ गेल ।
गोनू कें ई अनुमान छलनि जे चोर सभ बंगौर के बेचक हेतु आई हाट पर जरुर आनत । आ तें ओ सबेरे सकाल हाट पर पहुँचि गेलाह । किछु अपरिचित चेहरा कें बंगौर बेचैत देखि ओकर भाव पुछलनि । ओ सभ पाँच टके सेर कहलक । गोनू बूझि गेलाह जे इएह महाशय सभ राति मे हमरा ओतय गेल छलाह । ओ प्रकट होइत बजलाह जे ई दाम तँ राति मे रहैक आ एखन तँ मात्र आठ अन्ने सेर अछि । ई सुनितहि चोर सभ कें सन्देह भेलैक जे कदाचित गोनू हमरा सभ कें चीन्हि गेलाह आ सभ बेरा-बेरी कें ओतय सँ घसकय लागल । एकबेर फेर चोर सभ कें छकेबा मे गोनू सफल भेलाह ।
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