Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (23 फ़रवरी)
अभिनेर्त्री मधुबाला / Abhinetri Madhubala
मधुबाला (14 फ़रवरी 1933 - 23 फ़रवरी 1969)
मुमताज़ जहां दहलवी जिन्हें हम मधुबाला के नाम से जानते हैं ने अपनी बेपनाह खूबसूरती और बेमिसाल अभिनय क्षमता से से फ़िल्मी दर्शकों के दिलों पर राज्य किया. उन समय के दिग्गज कलाकार उन्हें अपनी जीवन संगिनी बनाना चाहते थे. इनमें किदार शर्मा (फिल्म ‘नीलकमल’ के निर्माता निर्देशक), कमाल अमरोही (1949 की फिल्म महल के निर्माता निर्देशक), प्रेमनाथ, प्रदीप कुमार, भारत भूषण तथा दिलीप कुमार प्रमुख थे. लेकिन कतिपय कारणों से यह मुमकिन न हुआ.
वे हृदय की बीमारी से निरंतर अशक्त होती जा रही थीं. अंततः उन्होंने एक फिल्म में अपने सह-कलाकार किशोर कुमार से इस बारे में बताया और किशोर से शादी की बात की. उन्होंने किशोर से कहा कि वे दुनिया से एक सुहागिन के रूपम में रुखसत होना चाहती है. किशोर ने उनकी बात मान कर उनसे विवाह कर लिया. उस समय किशोर का अपनी पहली पत्नि रूमा देवी से तलाक हो चुका था. किशोर को पता था कि मधुबाला अधिक दिन तक जीवित नहीं रहेंगी. विवाह के बाद किशोर का अधिकतर समय मधुबाला के सिरहाने बैठ कर उनकी सुश्रुषा में बीता. 23 फरवरी सन 1969 को महज़ 36 वर्ष की आयु में इस महान अदाकारा ने सदा के लिये अपनी आँखें मूंद लीं. उनके जाने से फिल्मों के क्षेत्र में जो स्थान रिक्त हुआ उसे शायद कभी भरा नहीं जा सकेगा.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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