raj postar bale ka
पोस्टर चिपकाने वाला भी एक आम आदमी था जिसको खालिद भाई और माफ़ करना दादा मुन्नाजी ने जुल्म जुल्म किये इतना की वो बीमार हो गया उसको खाना खाने के बाद भूख नहीं लगती थी पानी पिने के बाद प्यास नहीं लगती थी ये सब काम था की सिकंदर नाम के वांटेड आदमी ने उस मेहनत करने का जुल्म सिखा कर एक ईमानदार को मुजरिम बना दिया इसके जब उस पोस्टर चिपकाने वाले ने इस समाज में कदम रखा तो जलवा और अक्ष भाई ने उसकी तारीफ करके उसे खजूर पर चढ़ा दिया उस खजूर के निचे से नसेनी हटा दी आज वो नसेनी वाला सॉरी पोस्टर वाला सबसे अपना बदला ले रहा है अब अगला नम्बर शायद मेरा या आपका भी हो सकता है
आपका भोलू बी केयरफुल!
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Gaurav kumar Gaurav
Last edited by jalwa; 17-11-2010 at 10:30 PM.
Reason: hindi transletion
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