Re: पौराणिक कथायें एवम् मिथक
ग्रीक मिथक
मरने के बाद भी उसने एथेंस की रक्षा की
ईडीपस (OEDIPUS) ने सुदूर मिस्र में थेबीज़ तक की कठिन यात्राएं की और एक झगडे में एक वृद्ध व्यक्ति मारा गया. इसके बाद उसने स्फिंक्स नामक दैत्य को चुनौती दी जो उसके निकट से हो कर जाने वाले हर राहगीर से एक पहेली पूछता जिसका कोई जवाब न दे पाता. इस प्रकार वह हर राहगीर को खा जाता. उसकी पहेली होती –
“वह कौन सा जीव है जो प्रातःकाल चार पैरों से चलता है, दोपहर में दो पैर से और सांझ को तीन पैरों से चलता है?”
ईडीपस ने इस पहेली का सही उत्तर दिया – “आदमी” जो अपने जीवन के प्रातःकाल या बचपन में दोनों हाथों और दोनों पैरों अर्थात चारों के सहारे पर चलता है. जवानी में दोनों परों से चलता है और जीवन के अंतिम समय यानि सांझ में लाठी की सहायता से अने र्थात तीन पैरों से चलता है. इस प्रकार उचित उत्तर मिल जाने पर स्फिंक्स बहुत प्रसन्न हुआ और उपहारस्वरूप उसने ठेबीज़ की विधवा रानी जोकास्ता का हाथ ईडिपस के हाथ में दे दिया. ईडिपस के बारे में यह भविष्यवाणी की गयी थी कि वह अपने पिता की हत्या करेगा और फिर अपनी मां से शादी करेगा. वह भविष्य वाणी इस घटना से सिद्ध हो गयी क्योंकि जोकास्ता उसकी मां थी और जिस बूढ़े आदमी को उसने पहले मारा था वह जोकास्ता का पूर्व पति होने के कारण उसका पिता हुआ. शादी हो जाने के बाद जब जोकास्ता को अपने पुत्र से ही शादी होने के महापाप का पता चला तो जोकास्ता ने आत्महत्या कर ली. इस पर ईडिपस ने अपनी आँखें फोड़ ली और यूनान भर में मारा मारा घूमता रहा तथा वह लोगों की घृणा और क्रोध का शिकार हुआ. अंत में उसे एथेंस में शरण मिली. वहीँ उसकी मृत्यु हुई. उसने आभार स्वरुप मरने से पूर्व यह वादा किया कि वह मृत्यु के बाद भी एथेंस की दुश्मनों से रक्षा करता रहेगा.
(मनोविश्लेषणवादी फ्रायड ने पुरुष के शैशव से ही किसी स्त्री के प्रति खिंचाव या लगाव की भावना को ईडीपस ग्रंथि- oedipus complex - का नाम दिया है)
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Last edited by rajnish manga; 18-05-2013 at 11:58 PM.
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