Re: डार्क सेंट की पाठशाला
सावित्री बाई फुले ने तमान सामाजिक दुश्वारियों और विषमताओं के बावजूद अपने पति का साथ देते हुये लड़कियों की शिक्षा के उद्देश्य से तत्कालीन रूढ़ीवादी समाज से लोहा लिया और व्यक्तिगत आघातों को अपने रास्ते का रोड़ा नहीं बनने दिया. और इन्हीं समाजसेवी विदुषी की आत्म-कथा पढ़ते हुये हमें उनका आत्मबल, मानवप्रेम और अपने उद्देष्यों के प्रति पूरा समर्पण-भाव दिखाई देता है.
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