Re: कृष्ण की लीलास्थली वृन्दावन / Vrindavan
कृष्ण की लीलास्थली वृन्दावन
Vrindavan
भक्तकवि सूरदास ने वृन्दावन की मिट्टी की महिमा के बारे में निम्न पद लिखा है:
हम ना भई वृन्दावन रेणु,
तिन चरनन डोलत नंद नन्दन नित प्रति चरावत धेनु।
हम ते धन्य परम ये द्रुम वन बाल बच्छ अरु धेनु।
सूर सकल खेलत हँस बोलत संग मध्य पीवत धेनु॥
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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