पैसा----- या------ प्यार
दोस्तों , और मेरे सभी पाठको से अनुरोध है की आप इस बहस में अवश्य भाग लें ... जैसे की आज के जीवन की अहम् चीज़ है पैसा और जीवन के लिए प्रेम उतना ही जरुरी है तो आज दुनिया में भगवान क्यों बना बैठा है पैसा . आज अच्छे से अछे रिश्ते पैसे की बात आते ही क्यों बिगड़ जाते है? इन्सान का प्रेम एकतरफ धरा का धरा रह जाता है. और प्यार bhai-- bhai का हो या बाप बेटे का हो या दोस्त से दोस्त का हो खास करके इस तीनो रिश्तों में पैसे को बहुत ज्यदा बीच में आते देखा है . अब कई बार मेरे मन में बहुत द्वन्द हुआ करता है की क्या अधिक महत्व रखता है इंसानी जीवन में प्यार या पैसा? .
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