Re: शुरुआत तो करो बदलेगा इंडिया
अमातुल्ला की दास्तान काल्पनिक लगती है, लेकिन सत्य है. फिरकापरस्ती में जकड़े लोगों के लिए यह प्रसंग अत्यंत प्रेरक है. प्रस्तुति हेतु आपका बहुत बहुत धन्यवाद, दीपू जी.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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