Re: "पथरी" भ्रांतियां व उपचार
अक्सर पथरी गुर्दे, यूरीन ब्लेडर एवं पित्ताशय (गाल ब्लेडर) में बनती हैं
गाल ब्लेडर में से पथरी निकाली जाना बहुत टेढ़ा काम है इसलिए गाल ब्लेडर ही निकाल बहार किया जाता है.
पथरी एक से ज्यादा भी हो सकती हैं.
एक बार पथरी बनाना शुरू हो जाये तो शरीर कई कई बार इस रोग से व्याधिग्रस्त हो सकता है.
हमें सावधानी रखनी होती है कि दोबारा पथरी ना बने.
पथरी सामान्यतया दो प्रकार की होती हैं
१. कैल्सियम कार्बोनेट की
२. लौह तत्व की.
अधिक मात्र में पानी का सेवन करने से भारी तत्व पेशाब के रस्ते से बाहर आ जाया करते हैं और पथरी का निर्माण या तो होता नहीं है या धीमा पड़ जाता है.
छोटी पथरियां अधिक पानी से सेवन से ज्यादा पेशाब बनने से तीव्र बहाव के साथ बाहर निकल जाती हैं.
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