Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
Originally Posted by rajnish manga
ऐसे नगर में रहना भी किस काम का भला
जिसके करीब में कोई बहती नदी न हो
ज़िद पर तो अड़ गए हो मगर सोच लो ज़रा
जिस बात पर अड़े हो, कहीं खोखली न हो
(अनु जसरोटिया)
|
हर तरफ सद्भावना का संचार होना चाहिए
आदमी को आदमी से प्यार होना चाहिए
ज़र्फ़ देहलवी
__________________
मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !!
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !!
|