Quote:
Originally Posted by abhisays
जी हाँ आपने सही सुना है, अपनी मखमली जादू भरी आवाज़ से दशकों तक हर उम्र के लोगों को सम्मोहित करने वाले अमीन सायानी का रेडियो के लिए योगदान अतुलनीय है. सयानी हमेशा "बहनों और भाईयों" संबोधन से कार्यक्रम की शुरुआत किया करते थे, और गीतमाला के कारण घर घर में पहचाने जाते थे.
|
अमीन जी रिटायर कब हुए थे कुछ बतायें?