Re: प्रश्नचिह्न
ईश्वर को हमारी तकलीफों से फर्क ईसलिए नहीं पड़ता क्युं की वे जन्म और मृत्यु के भी रचनाकार है। आदि और अंत भी उन्ही के द्वारा रचित है।
हम मनुष्यों को सिर्फ अपने मनुष्य जाति की ही फिर्क है। लेकिन ईश्वर को जीव-जंतु से ले कर पेड-पोधे भी मनुष्यों के जितने ही प्रिय होंगे, जिनका मनुष्य अपनी ईच्छानुसार निकंदन कर रहा है!
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