View Single Post
Old 30-05-2011, 05:16 PM   #105
The ROYAL "JAAT''
Senior Member
 
The ROYAL "JAAT'''s Avatar
 
Join Date: May 2011
Posts: 584
Rep Power: 21
The ROYAL "JAAT'' is a splendid one to beholdThe ROYAL "JAAT'' is a splendid one to beholdThe ROYAL "JAAT'' is a splendid one to beholdThe ROYAL "JAAT'' is a splendid one to beholdThe ROYAL "JAAT'' is a splendid one to beholdThe ROYAL "JAAT'' is a splendid one to beholdThe ROYAL "JAAT'' is a splendid one to behold
Default Re: राजस्थान का शौर्यपूर्ण इतिहास : एक परिचय

गुर्जर वंश का मत

विदेशी वंश के मत के संदर्भ में यह व्यक्त किया जा चुका है कि कुछ विद्वान राजपूतों की उत्पत्ति विदेशी जाति गुर्जर होना मानते हैं। राजौर शिलालेख में प्रतिहारों को गुर्जर कहा गया है। गुर्जर कनिष्क के समय भारत आये और गुप्तकाल में सामन्त रुप में रहे। जैक्सन ने भी गुर्जरों 'हूणों' के साथ भारत अभियान पर आये 'खजर' जाति का माना है। आसोपा का मत है कि गुर्जरों ने छठी शताब्दी में राजस्थान तथा गुजरात में राज्य स्थापित कर लिये थे। ह्मवेनसांग ने इस प्रदेश को 'कुच -लो' अर्थात् गुजरात कहा है। बाणभ के ग्रन्थ 'हर्षचरित' में गुर्जर देश का उल्लेख है। अरब यात्री गुर्जरों को 'जुर्ज' कहते थे। नागौर जिले में दधिमाता मंदिर के शिलालेख में गुर्जर प्रदेश का उल्लेख है
__________________
'' हम हम हैं तो क्या हम हैं '' तुम तुम हो तो क्या तुम हो '
आपका दोस्त पंकज










The ROYAL "JAAT'' is offline   Reply With Quote