Re: नारी की अभिव्यक्ति
संसार की हर स्त्री सागर शतरूपा है ! जब किसी को उसका नद मिल जाता है, उसे पहचान लेती है तो अमर शाश्वत प्रेम कहानियाँ बनती हैं। उनमें विधाता का तिरस्कार होता है और जीवन का सच्चा सोणा खारा लोन भी। लोग उन्हें मीठी बताते हैं। इस पर क्या कहूँ ?
यह जीवन जो है न, अद्भुत लड़ाई है - इसमें जीतना हारना होता है और हारना सर्वनाश। सुना है आजकल बहुत अकेले हो। मेरे पास क्यों नहीं चले आते ? कर दी न मैंने बहुत ही साधारण सी छोटी सी नासमझी भरी बात! अब उत्तर में तुम भी कोई गल्प न लिखने बैठ जाना।
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